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Success Story: आंखों की रोशनी खोने पर भी नहीं हारी हिम्मत, मां ने IAS के सफर में ऐसे थाम आपने बेटे का हाथ, जानें सफलता की कहानी

20 साल की उम्र में आंखों की रोशनी जानें के बाद भी नहीं छोड़ी पढ़ाई और हासिल की डिग्रियां। मां ने अपने बेटे की यूपीएससी की परीक्षा लिखी और परिणाम ने 

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Newz Funda, Viral Desk UPSC की परीक्षा भारत में सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक माना जाता है। इस परीक्षा को पहले प्रयास में उत्तीर्ण करना सबके बस की बात नहीं है।

इस परीक्षा को पास करने के लिए रातों को जाग सालों तक भी मेहनत करनी पड़ती है। हजारों बार हारने के बाद भी कोशिश करने वाले इस परीक्षा को पास कर पाते है।

बहुत ही कम लोग होते है जो इस परीक्षा को पास कर अपने इस सुनहरे सपने को पूरा कर पाते हैं। ऐसी ही एक शख्स है जिसका नाम है सम्यक जैन जिसने लक्ष्य हासिल करने तक हिम्मत नहीं हारी।

सम्यक जब 20 साल के हुए तो उनकी आंखों की रोशनी कम होना शुरू हुई। जिसके बाद फिर धीरे.धीरे एक दिन ऐसा आया की उन्हें सब कुछ दिखना बंद हो गया। इसके बावजूद भी उनका हौसला कम नहीं हुआ। 

आंखों की रोशनी कम होने के बाद भी नहीं छोड़ी पढ़ाई

सम्यक जैन की 20 साल की उम्र में आंखों की रोशनी कम होना शुरू हुई और फिर धीरे.धीरे एक दिन ऐसा आया की उन्हें सब कुछ दिखना बंद हो गया। आंखों की रोशनी बंद होने के बावजूद भी उनका हौसला कम नहीं हुआ।

उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा मुंबई से पूरी की। फिर विश्वविद्यालय से BA इंग्लिश ऑनर्स में ग्रेजुएशन किया है। पढ़ाई करने का हौसल अभी भी जारी था और फिर उन्होंने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन से अंग्रेजी पत्रकारिता में पीजी डिप्लोमा हासिल किया।

अंतरराष्ट्रीय संबंधों में उनकी अच्छी खासी रुचि थीए उन्होंने दिल्ली र्के आईआइएमसी से आगे की पढ़ाई की। पढ़ाई का सिलसिला इसके बाद भी नहीं रुका। जिसके बाद उन्होंने JNU से इंटरनेशनल रिलेशन की डिग्री हासिल की।

आईएएस सम्यक जैन ने ऑल इंडिया में हासिल की 7 वीं रैंक 

ऑल इंडिया 7 वीं रैंक हासिल करने वाले सम्यक जैन की कहानी दूसरों को प्रेरित करने वाली है। सम्यक जैन का जन्म दिल्ली में हुआ. वहीं से उन्होंने अपनी सारी पढ़ाई की।

सम्यक जैन एक आम से परिवार से संबंध रखते है। उनके पिता एयर इंडिया कंपनी में काम करते हैं। सम्यक जैन अपनी मां के साथ ही रहते हैं। उनके पिता की तैनाती पेरिस देश में है। 

यूपीएससी की परीक्षा के पैटर्न को समझना नहीं था इतना असान 

UPSC परीक्षा के बारे में बताते हुए सम्यक ने कहा कि वह पहले प्रयास में इस परीक्षा को उत्तीर्ण नहीं कर पाएं। जिसके बाद पूरी तैयारी कर उन्होंने दूसरे प्रयास किया और उन्होंने ऑल इंडिया 7वीं रैंक प्राप्त की।

UPSC और सिविल सेवा की परीक्षा का पैटर्न समझना इतना आसान नहीं था, लेकिन फिर भी उन्होंने हार नहीं मानी। परिणाम ऐसा निकलकर सामने आया की सब हैरान रह गए। 

मां ने लिखा थी यूपीएससी की परीक्षा, परिणाम आया तो खुशी का  नहीं रहा कोई ठिकाना 

यूपीएससी की परीक्षा के दौरान उनकी आंखों की रोशनी ना के बराबर थी। ऐसे में सम्यक की मां ने उनकी परीक्षा के दिन उनका पेपर लिखने में मदद की। परीक्षा के दौरान सम्यक प्रश्नों के उत्तर अपनी मां को बोलते थे और वह वह उन उत्तरों को आंसर शीट पर लिखा करती थीं।

30 मई, 2021 को परीक्षा का Result परिणाम आना था तो उनकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं था।  सम्यक जैन  कहा कि वह कभी सोच भी नहीं सकते थे की उनकी रैंक सिंगल डिजिट में आएगी.