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एक साथ UPSC का एग्जाम देकर बन गईं IAS; ऐसी है दो बहनों की Success Story

हम बात कर रहे हैं IAS Ankita and IAS Vaishali Jain की। दोनों बहनें एक साथ अफसर बन गईं।

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Newz Funda, New Delhi आईएएस अंकिता और वैशाली जैन आज किसी परिचय की मोहताज नहीं है।

दोनों की सफलता की कहानी बुलंदियों पर है। जो शानदार मेहनत के बूते अपने अफसर बनने के सपने को साकार कर सकी हैं।

हालांकि अंकिता को तीन बार नाकामयाबी हाथ लगी, लेकिन चौथी बार सपना पूरा कर लिया। दोनों बहनें पहले भी स्टडी में नए आयाम छूती रही हैं।  

UPSC में Success हासिल कर हर युवा का सपना होता है कि वह अफसर बने। हर कोई देश सेवा का यह मौका हाथ से नहीं जाने देना चाहता।

लेकिन दिल्ली की रहने वालीं बहनें अंकिता जैन और वैशाली जैन की कहानी पूरी फिल्मी लगती है। लेकिन हकीकत है।

जिन्होंने पहले कोविड-19 को मात दी, फिर हिम्मत और हौसले से कामयाब होकर अफसर बनकर सपना पूरा किया।

दोनों का रास्ता बाधाओं ने रोकने की कोशिश की, लेकिन उनकी हिम्मत के आगे सब बेकार गया।

बता दें कि अंकिता ने थर्ड और वैशाली ने 21वां रैंक हासिल कर कामयाबी हासिल की है।

बता दें कि अंकिता तो वुमन कैटेगरी में सेकेंड टॉपर बनने का गौरव हासिल कर सकी हैं।

शेड्यूल बिगड़ने के बाद भी नहीं खोया हौसला

छोटी बहन वैशाली जैन हैं। उनकी बड़ी बहन अंकिता को एग्जाम से ठीक पहले ही कोरोना हो गया था।

लेकिन परिवार के लोगों के तनाव में आने के बाद भी हार नहीं मानी और सफलता लेकर रहीं।

अंकिता के साहस और धैर्य की आज सब ओर मिसाल दी जा रही है। दोनों बताती हैं कि यह काफी चुनौती भरा दौर था।

जिससे उन्होंने पार पा लिया। शेड्यूल बिगड़ने के बाद भी हौसला नहीं खोया। सदा पॉजिटिव रहकर तैयारी करती रहीं।

100 प्रतिशत की गई मेहनत सफल रही। अंकिता तीन बार जरूर असफल रही, पर विश्वास था कि सफलता मिलकर रहेगी।

इसके लिए समय आया 5 साल पहले 2017 में। जब सफलता मिली।

दोनों बहनों की सफलता का हर कोई मुरीद

अंकिता की पोस्टिंग फिलहाल मुंबई में है। वे इंडियन ऑडिट एंड अकाउंट्स सर्विस ऑफिसर की जिम्मेदारी देख रही हैं।

उनकी शादी आईपीएस आगरा के रहने वाले अभिनव त्यागी से हुई हैं, वे महाराष्ट्र में तैनात हैं।

वैशाली ने दूसरी बार में सफलता पाई है। इसके अलावा एमटेक कर चुकी हैं। हेल्थ सेक्टर में भी हाथ आजमाया है।

हमेशा से ही उनकी तमन्ना कुछ बड़ा करने की थी। उनको घर के सभी लोगों का सहयोग तैयारी करने में मिला है।

जीएस के चार पेपरों में भी सफलता हासिल कर चुकी हैं। समय देकर पढ़ाई की और आज अच्छे मुकाम पर हैं।