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पिता ने कामयाब करने के लिए घर तक बेच दिया, बेटे ने सिर्फ 23 साल की ऐज में IAS बनकर दिला दिया बंगला

आज आपको IAS Officer Pradeep Singh की Success Story से रूबरू करवा रहे हैं। 

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Newz Funda, Education Desk IAS Officer Pradeep Singh की Success Story किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है। लोगों में कहावत है कि कौन कहता है कि आसमां में छेद नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारो।

इसी चीज को सच कर दिखाया है होनहार प्रदीप कुमार ने। इस युवा ने वो सपना पूरा किया, जिसे कामयाबी की चाह रखने वाला हर इंसान सोचता तो है, लेकिन पूरा कोई ही कर पाता है।

प्रदीप कुमार बिहार के गोपालगंज जिले के रहने वाले हैं। जिन्होंने आज से दो साल पहले यानी 2020 में इतिहास रच दिया था। इन्होंने 23 साल की ऐज में ही अपनी कहावत को चरितार्थ कर दिखाया।

यूपीएससी का एग्जाम पास किया और यह सब तब हासिल किया, जब घर को हालात भी सही नहीं थे। पिता ने भी बेटे के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी और घर तक बेच दिया।

प्रदीप ने भी हार नहीं मानी और पहले ही प्रयास में परीक्षा को पास कर बता दिया कि वे किसी से कम नहीं हैं। आज दूसरों के लिए प्रेरणास्त्रोत हैं। 

शुरू से ही पढ़ाई में रहे हैं आगे

इससे पहले शुरू से ही वे पढ़ाई में आगे रहे हैं। परिवार बाहर इंदौर में रहता था। वहीं से शुरुआती पढ़ाई की। बेटे ने जब इरादा बाहर जाकर यूपीएससी की तैयारी का जताया, तो पिता ने घर की आर्थिक हालत सही नहीं होने के बाद भी हौसला नहीं तोड़ा।

पेट्रोल पंप पर काम करने वाला शख्स वैसे तो उसके सपने पूरे नहीं कर सकता था। लेकिन फिर घर बेचकर बेटे को दिल्ली में तैयारी के लिए भेज दिया।  

हालांकि दबाव बेटे पर भी था कि घर तक बिक गया है। लेकिन यह पक्का था कि सफल होंगे। जब पहली बार 2018 में एग्जाम दिया तो ऑल इंडिया में 93वां रैंक आया। जिसके कारण आईएएस के बजाय इंडियन रेवेन्यू सर्विस ( IRS) में सेलेक्शन हुआ।