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किसान का बेटा कड़ी मेहनत से यूपीएससी पास कर बन गया IFS, पढ़िए Jagdish S Bakan की सफलता की कहानी

IFS अफसर Jagdish S Bakan किसान के बेटे हैं, जो यूपीएससी को पास करके अफसर बन गए।

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Newz Funda, New Delhi IFS अफसर Jagdish S Bakan किसान के बेटे से कैसे अफसर बने, उनकी सफलता की कहानी इस खबर के जरिए बता रहे हैं। मां हाउसवाइफ हैं, जिनका बेटा आज आईएफएस अफसर बनकर देश की सेवा कर रहा है।

छोटे के किसान के घर पैदा होने के बाद जगदीश बाकन आज कड़ी मेहनत के दम पर सपना पूरा कर चुके हैं और मूल रूप से महाराष्ट्र के परभणी जिले के छोटे से गांव के निवासी हैं। आज उनकी UPSC से पास होने के बाद Success Story युवाओं को प्रेरणा देने वाली है। 

IFS officer Jagdish S Bakan का काम करने का तरीका भी दूसरो से अलग है। आज आईएफएस अधिकारी जगदीश एस बाकन तमिलनाडु के रामनाथपुरम में वन्यजीव वार्डन और डीएफओ की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं।

जब वे अपने माता-पिता को दफ्तर दिखाने लाए तो उनकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं था। आखिरकार कड़ी मेहनत से बेटे ने अपनी सफलता का इतिहास जो रचा है, माता-पिता को गर्व तो होगा ही। यूपीएससी को पास करना कोई बच्चों को खेल नहीं माना जाता है, कोई विरला ही होता है, जो इस परीक्षा में इतिहास रच पाता है। 

IFS officer Jagdish S Bakan की ओर से ट्विटर बाकायदा एक फोटो भी शेयर की गई है। जिसमें उनके साथ में माता-पिता दफ्तर में नजर आ रहे हैं। ये लिखते हैं कि हालांकि वे (मेरे पिता और माता) स्कूल नहीं जा सके, उन्होंने मेरी स्कूली शिक्षा सुनिश्चित की।

एक छोटा किसान होने के बावजूद दोनों लोगों ने यह सुनिश्चित किया कि मैं अपने गांव से पहला इंजीनियर, पहला पीएसयू नौकरी वाला और पहला यूपीएससी पास करने वाला बन पाऊं। आज वे पहली बार मेरे ऑफिस आए थे। 

कर्जा लेकर पिता ने करवाई बेटे को स्टडी

जिसके बाद लोगों की ओर से भी पोस्ट को खूब लाइक किया गया है। आपको बता दें कि कई अफसर ऐसे होते हैं, जो सफलता की कहानी को शेयर कर देते हैं। बाकन की इस फोटो को कई बड़े अफसरों की ओर से लाइक करने के साथ ही शेयर भी किया गया है। उनकी चारों ओर भूरी-भूरी प्रशंसा भी हो रही है।

स्कूली शिक्षा को गांव से ही पूरा करने के बाद बाकन ने मुंबई में इंस्टीट्यूट ऑफ कैमिकल टेक्नोलॉजी (ICT) से इंजीनियरिंग की है। इसके बाद हिंदुस्तान पेट्रोलियम में जॉब की। उनके घर के हालात ठीक नहीं थे, बेटे को पढ़ाने के लिए पिता ने कर्जा भी लिया था।  

जिसके बाद ही बाकन ने मेहनत करके यूपीएससी की तैयारी शुरू की। साथ में जॉब भी करते रहे और कहीं से भी कोचिंग नहीं ली। सिर्फ एक नगरपालिका की सरकारी लाइब्रेरी से पढ़े और आज सफलता को चूम रहे हैं। 2016 में यूपीएससी को पास कर लिया था।