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देश की पहली Transgender जज Joyita Mondal बोलीं-ट्रांसजेंडर आरक्षण और विवाह के लिए...

देश की पहली Transgender जज Joyita Mondal की यहां बात हो रही है। 

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Newz Funda, Education Desk कुछ समय पहले ही देश की पहली Transgender जज Joyita Mondal को नियुक्ति मिली है। जिसके बाद से ही वे सुर्खियों में हैं। ट्रांसजेंडरों के विकास को लेकर अब शुक्रवार को उन्होंने बड़ी बातें कही हैं।

जिसके बाद से उनके मुद्दों को बल मिलने लगा है। पता होगा कि जज जोयिता मोंडल देश की पहली ट्रांसजेंडर जज बनी हैं। जिन्होंने अब इस वर्ग के आरक्षण को लेकर अपनी बात कही है।

कहा है कि सरकारी क्षेत्र में उनको तभी नौकरियों का बेनिफिट मिलेगा, जब रिजर्वेशन होगा। सामाजिक तौर पर भी उनको ऊपर उठाने के लिए आरक्षण जरूरी है।

उनके विकास के लिए सरकार को विशेष प्रयास करने होंगे। जिसके तहत ट्रांसजेंडर डेवलपमेंट बोर्ड बनाया जाए। जिसके बाद ही सही मायने में विकास होगा। 

कानूनी दर्जा और पहचान ही काफी नहीं

जज जोयिता मोंडल ने कहा कि कानूनी दर्जा और पहचान मिल चुकी है, लेकिन यह काफी नहीं है। इसके अलावा ट्रांसजेंडरों के बच्चे गोद लेने और समलैंगिंग विवाह की मंजूरी भी दी जानी चाहिए।

सभी को शादी का अधिकार है। कोई आदमी परेशान होकर ही अपना लिंग चेंज करवाने की सोचता है, जब सब ओर से उसे निराशा ही हाथ लगती है। आजादी मिले के इतने साल बाद भी आज उनको मूलभूत सुविधाओं की दरकार है। 

...तभी हो सकेगा सही मायने में विकास

जज जोयिता मोंडल ने कहा कि आज भी स्कूल और अस्पताल जैसी सुविधाओं से मरहूम हैं। सही मायने में विकास चाहते हैं, तो उनको सुविधाएं देनी ही होंगी।

इस समुदाय को आरक्षण मिलेगा, तभी सही मायने में विकास की सीढ़ी चढ़ सकेंगे। इसके साथ ही दूसरी सुविधाओं के विस्तार और सही मायने में समाज में बराबरी देने की उनको जरूरत है। इसके बाद ही वे सामाजिक अवसरों का लाभ ले सकेंगे।