16 लाख की नौकरी छोड़ आशीष ने शुरू किया अपना कारोबार, Corona में सैकड़ों लोगों को Job देकर की मदद
देखने में आया है कि कुछ लोग सफलता की ऐसी कहानी लिख देते हैं, जो दूसरों के लिए नजीर बन जाती है।
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Newz Funda, Prayagraj आपको Business की प्रेरणा देने वाली Success Story से रूबरू करवा रहे हैं।
देखने में आया है कि कुछ युवा नौकरी के पीछे भागने के बजाय अपना काम करने में यकीन रखते हैं।
जो आगे चलकर दूसरों के लिए भी नजीर बन जाते हैं। ऐसा ही एक उदाहरण दे रहे हैं प्रयागराज के रहने वाले आशीष तिवारी का।
जिन्होंने अपना काम शुरू कर न केवल दूसरों को पीछे छोड़ा, बल्कि कई लोगों को भी रोजगार दिया।
खुद 16 लाख की नौकरी को अलविदा कहा। जिसके बाद कोरोना आया तो अपना खुद का सेटअप कर लोगों को पीछे धकेल दिया।
कोरोना ने काफी कुछ सिखाया। जिसके बाद आशीष ने घर आकर अपना काम शुरू किया। आज इस युवा के साथ कई लोग जुटे हैं।
जो अपनी रोजी-रोटी कमा रहे हैं। कोरोना काल में देखने में आया था कि कई लोगों के बिजनेस ठप हो गए थे।
लेकिन इस युवा ने ऐसे लोगों को भी प्रेरणा दी। जिसके बाद 16 लाख रुपये के पैकेज की शानदार नौकरी को बाय-बाय कह दिया।
फिर घर आकर अपना काम शुरू किया।
सरकार की ओर से मिली मदद
यहां बात हो रही है प्रयागराज के दारागंज में रहने वाले आशीष तिवारी की। जो दिल्ली की एक मल्टीनेशनल कंपनी में जॉब करते थे।
दिसंबर 2020 की बात है, जब नौकरी को छोड़कर घर आ गए। फिर अपने साथ जोड़ा पार्टनर राजीव पांडेय को।
जिनको इनका बिजनेस आइडिया ध्यान में आ गया और इसके बाद आशीष का साथ दिया।
सबसे पहले आशीष ने प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम से मदद मांगी। जिसके तहत 50 लाख रुपये का लोन तेल प्लांट के लिए मांगा।
कुछ दिन बाद ही उनको मदद मिल गई। फिर दोनों ने तेल का प्लांट लगाकर काम शुरू किया।
इसके बाद इलाके में शुद्ध तेल की डिलीवरी देने लगे। देखते ही देखते डिमांड बढ़ गई और 200 लोगों को रोजगार भी मिल गया।
पता होगा कि कोरोना ने कितने लोगों का रोजगार छीना। लाखों लोगों को बेरोजगार होना पड़ा।
अल्लापुर के धीरेंद्र कुमार गुप्ता भी ऐसा ही उदाहरण हैं। जिन्होंने मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना का लाभ लिया।
उन्होंने ऑफसेट प्रिंटिंग मशीन डालकर काम शुरू किया।
दो माह में ही आर्थिक मदद मिलने के बाद कई लोगों को रोजगार देकर अपने साथ जोड़ लिया।