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सीकर में सड़क पर बने बड़े गड्ढे में भरा बारिश का पानी, डूबने से हुई के छात्र की मौत, मच गया बवाल

शेखावाटी के सबसे बड़े शहर सीकर (Sikar) में नवलगढ़ रोड के बीचोंबीच बने गड्डे में भरे पानी में डूबने से शनिवार रात एक कोचिंग छात्र की मौत हो गई. हादसा होते ही वहां बवाल मच गया. यह गड्डा यहां सीवरेज के काम के लिए खोदा गया था. उसके बाद बारिश में उसमें पानी भर गया.
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बड़े गड्ढे में भरा बारिश का पानी, डूबने से हुई के छात्र की मौत

Newz Funda, Sikar: शेखावाटी के सबसे बड़े शहर सीकर (Sikar) में नवलगढ़ रोड के बीचोंबीच बने गड्डे में भरे पानी में डूबने से शनिवार रात एक कोचिंग छात्र की मौत हो गई. हादसा होते ही वहां बवाल मच गया. यह गड्डा यहां सीवरेज के काम के लिए खोदा गया था. उसके बाद बारिश में उसमें पानी भर गया. हादसे का शिकार हुआ छात्र इसी रोड पर स्थित एक कोचिंग सेंटर में पढ़ता था. छात्र की गड्डे में डूबने से मौत हो गई. हादसे के बाद आक्रोशित लोगों ने जमकर बवाल काटा. रविवार से अनिश्चितकाल के लिए सीकर बंद का आह्वान किया गया है.

सीकर जिला मुख्यालय पर शनिवार रात नवलगढ़ रोड पर बने गड्डे में भरे पानी में डूब जाने से एक कोचिंग छात्र की मौत हो गई. हादसे का शिकार हुआ छात्र झुंझुनूं जिले का रहने वाला था. हादसे के बाद सीकर में बवाल मच गया और इस पर राजनीति गरमा गई. पढ़ें कैसे हुआ ये हादसा.

पहले से राजनीतिक मुद्दा बनी नवलगढ़ रोड पर राजनीति अब और गरमा गई है. हादसे के बाद पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा सीकर जिला मुख्यालय स्थित कल्याण अस्पताल पहुंचे. वहीं नेत प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने हादसे के लिए सरकार को जिम्मेदार बताया. इस मसले को लेकर अब बीजेपी और कांग्रेस में ट्वीटर वार छिड़ गया है. आज इस मुद्दे पर हंगामा होने के आसार हैं. लिहाजा पुलिस प्रशासन अलर्ट मोड पर आया हुआ है.

कोचिंग सेंटर से वापस पीजी जा रहा था छात्र
जानकारी के अनुसार यह हादसा शनिवार रात को हुआ. झुंझुनूं जिले के मलसीसर इलाके के हमिरी कला गांव निवासी युवराज मीणा सीकर में 12वीं कक्षा में पढ़ रहा था. वह यहां पर आईआईटी की कोचिंग भी कर रहा था. रात को वह कोचिंग से वापस अपने पीजी में जा रहा था. इसी दौरान नवलगढ़ रोड़ पर सड़क के बीच बने गड्ढे में युवराज गिर गया. इस गड्डे में भरे पानी में डूबने से उसकी मौत हो गई. हादसे की सूचना पर सिविल डिफेंस की टीम मौके पर पहुंची. उसने 20 मिनट बाद ही युवराज को निकाल लिया लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी.