Chanakya Niti: घर को स्वर्ग से भी ज्यादा हसीन बना देती है इस स्वभाव की महिलाएं, देखें क्या कहती है आचार्य चाणक्य की नीति

चाणक्य जी ने अपने अनुभव से व्यक्ति के जीवन में होने वाले कार्यो व तनावों  की जानकारी अपनी कलम से पहले ही लिख दी थी, जो आज के समय में लागू होती है.
 

Newz Funda, Viral Desk आचार्य चाणक्य का नाम आज भी जाने माने ऋषि मुनियों में आता है. जब भी इनका नाम लिया जाता है तो इनकी नितियों का जिक्र एक बार जरुर होता है. चाणक्य जी ने जीवन में होने वाले किस्सों की जानकारी अपनी कलम से पहले ही लिख दी थी. जो आज के समय में लागू होती है. 

चाणक्य जी ने महिलाओं के बारे में बहुत कुछ लिखा है. जिनको अपनाकर महिला घर को सुंदर और पावन बना देती है. लेकिन कई महिलांए घर को तहस नहस कर देती है.

आज हम आपको आचार्य के द्वारा बताई गई ऐसी ही निती के बारे में बताने जा रहे हैं. जिनमें महिलाएं जो घर को स्वर्ग बनाती है उनके बारे में जिक्र किया गया है.

संतुष्ट भाव

आचार्य जी कहते हैं कि व्यक्ति को कभी अपनी इच्छाएं नहीं मारनी चाहिए लेकिन चाणक्य जी ने आनुसार व्यक्ति को संतुष्ट भी होना चाहिए. यदि किसी महिला को अपने परिवार को खुश रखने के लिए कुछ सैक्रिफाइस् करने पड़े तो उसके करने भी चाहिए. ऐसी स्त्री पति को ही नहीं बल्कि पूरे परिवार को खुश रखती है. ये महिलांए भाग्य वालों को ही मिलती है.

संस्कारी पत्नी

स्त्री का सबसे महत्वपूर्ण गुण उसके संस्कारों का अच्छा होना. यदि किसी महिला के संस्कार सही नहीं है तो वह आपकी लाइफ को तहस नहस कर सकती है.

इसलिए महिला को अपने घर के प्रति चिंतित रहना चाहिए. संस्कारी बहु अपने घर और आने वाली पीढ़ी को सुधारती है. इसलिर घर को पावन बनाने के लिए घर में संस्कारी महिला का होना जरुरी है.

धर्माचरण करना

धर्म का पालन करने वाली महिला अपने पति और परिवार के गोल्ड जैसी होती है. जिसका मुल्य बहुत अधिक होता है. इसलिए महिलाओं को शादी के बाद धर्म का पालन करना बहुत जरुरी है.

जो महिला धर्म का पालन करती है. वह अपने परिवार को एकत्रित करे रखती है. लेकिन जो महिला धर्म के विरुद्ध चलती है  वह हमेशा अपने घर को नर्क की ओर ले जाती है.