पंजाब राजनीति के दिग्गज रिकॉर्डधारी CM प्रकाश सिंह बादल का हुआ निधन, 13 बार लड़ा विधानसभा का चुनाव

20 साल की उम्र में सरपंच बने थे पहली बार बादल गांव से प्रकाश सिंह बादल.
 

Newz Funda, Punjab Desk पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल का मंगलवार को मोहाली के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह 95 वर्ष के थे। बादल पिछले कुछ दिनों से अस्पताल में भर्ती थे और उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही थी।

उनका रसूख इस कदर था कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उनके पैर छूते थे। प्रकाश सिंह बादल ने 75 साल का सफल राजनीतिक जीवन जिया। यहीं नहीं 5 बार पंजाब के मुख्यमंत्री बने। 

बादल के परिवार में उनके बेटे व अकाली दल प्रमुख सुखबीर सिंह बादल और बेटी परनीत कौर हैं, जिनकी शादी पूर्व कैबिनेट मंत्री आदिश प्रताप सिंह कैरों से हुई है। उनकी पत्नी सुरिंदर कौर बादल का मई 2011 में कैंसर के कारण निधन हो गया था।

13 बार लड़ा विधानसभा चुनाव

प्रकाश सिंह बादल 2022 में पंजाब विधानसभा चुनाव के दौरान, राज्य में सबसे उम्रदराज उम्मीदवार थे, लेकिन दिवंगत सांसद जगदेव सिंह खुदियान के बेटे गुरमीत सिंह खुदियान से चुनाव हार गए थे। यह बादल का 13वां विधानसभा चुनाव था।

चुनाव परिणामों के बाद बादल राजनीतिक रूप से कम सक्रिय हो गए थे। हालांकि उन्होंने लांबा में अपना थैंक्सगिविंग दौरा शुरू किया था, लेकिन वह भी बीच में ही रद्द कर दिया गया था। गौरतलब है कि बादल इससे पहले भी कई रिकॉर्ड बना चुके थे।

1952 में बादल गांव से चुने जाने पर वह सबसे कम उम्र के सरपंच थे। इसके अलावा, वह 1970 में राज्य के सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री भी बने। लेकिन साथ ही वह 2012 में सबसे उम्रदराज मुख्यमंत्री भी बने।  

20 साल में बने थे बादल गांव के सरपंच 

पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल पहली बार बादल गांव के सरपंच बने तब वह 20 साल के थे। इसके कुछ समय बाद ही वे लंबी ब्लॉक समिति के प्रधान चुन लिए गए। प्रकाश सिंह ने बादल की तरह लंबी को भी हमेशा के लिए अपने से जोड़ लिया था।

बता दें कि पहली बार 1957 से लेकर 2017 तक 10 बार पंजाब विधानसभा में लंबी का प्रतिनिधित्व किया। वहीं उन्हें 94 साल की उम्र में आखिरी चुनाव के दौरान उन्हें हार का सामना करना पड़ा।