Adani Group Debt : 5 कंपनियों का लेकर आऊंगा IPO, कर्ज में डुबे अडानी ग्रुप ने दिये ये ब्यान 

Adani Group Debt : अडानी ग्रुप हाल ही में हुए नुकसान से काफी परेशान है, लेकिन अडानी ग्रुप की ओर से हैरान कर देने वाली बातें सुनने में आई है, कि...

 

Newz Funda, New Delhi Adani Group Debt : अडानी ग्रुप के कर्जे की चर्चा एक बार फिर सुर्खियों में बनी हुई है. ग्रुप ने साफ-साफ कह दिया है कि निवेशकों को चिंता करने की कोई जरुरत नहीं है. सबकुछ सही हो वाला है. बता दें कि 27 जनवरी को अडानी एंटरप्राइजेज का 20 हजार करोड़ रुपये का एफपीओ आ रहा है। वहीं खबर मिली है कि अडानी ग्रुप कई और कंपनियां...

बड़े बुजुर्गों के मुहं से आपने ये बात तो जरुर सुनी होगी कि बेटी कभी किसी से कर्ज मत लेना चाहे आपको रोट सूखी क्यों न खानी पड़े. ऐसा ही अब अडानी ग्रुप के साथ हुआ है. लेकिन आपने देखा होगी की कारोबार की इस दुनिया में इसका कुछ उल्टा ही हो रहा है. 

कंपनी चाहे आपके पास कितनी भी बड़ी क्यों न हो, उसको चलाने के लिए आपको कर्ज लेना पड़ता है. लेकिन अगर कर्जा समय पर नहीं दिया जाए तो नैया डूबने में समय नहीं लगता है. कर्ज को भी एक लिमिट से लेना चाहिए. कर्ज का नाम लेते ही सबकी जुबना पर गौतम अडानी का ही नाम आता है. अडानी का नाम कर्ज के साथ इसलिए लिया जा रहा है कि हाल ही में अडानी ग्रुप को बहुत बड़ा नुकसान हुआ है. 

जिसकी भरपाई कर पाना ग्रुप के लिए परेशानी का कारण बन गई है. लेकिन हाल ही में खबर मिली है कि कंपनी एक तीन और आईपीओ लाने जा रही है. लेकिन अब अडानी ग्रुप पर आरोप लगाये जा रहे हैं कि वह बार बार अपने कारोबार को संभालने के लिए कर्ज ले रहा है. 

भले की अडानी कंपनी के द्वारा लगाये गये आरोपों को स्वीकार नहीं करते हैं लेकिन ये आंकड़े झूठ नहीं बोल रहे हैं. फिच ग्रुप के क्रेडिट साइट्स ने यह आंकड़ा अभी सबके सामने पेश कर दिया है। क्रेडिट साइट्स ने अडानी ग्रुप को ओवर लीवरेज्ड बताकर कर्ज की परेशानी बताई गयी थी.

आरोपों को सिरे से खारिज करते हैं गौतम 

गौतम अडानी (Gautam Adani) और अडानी ग्रुप ने हाल ही में कहा है कि वह कर्ज को लेकर बिल्कुल भी चिंता नहीं कर रहे हैं. अडानी ने खुद इस बात को स्वीकार किया है कि इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट बनाने में 30-40 फीसदी अपना पैसा और 60-70 फीसदी कर्ज लगता है। 

लेकिन मुद्दा तो इस बात का बना है कि अगर कर्ज नहीं है तो शेयर के रेट में गिरवाट क्यों आ रही है. इसके पीछे की किया वजह हो सकती है. लेकिन हाल ही में खबर मिली है कि अडानी अपने कर्ज को कम करने के लिए कई कंपनियों के आइपीओ लाने जा रहे हैं. अब देखना अहम होगा कि ये संभव होता है या नहीं.

सीमेंट कंपनियों को रखा था गिरवी

सितंबर 2022 में अडानी ग्रुप द्वारा शेयरों के गिरने की खबर तेजी से फैल गई थी. जिसके बाद पता चला था कि अडानी ग्रुप ने अपनी दो सीमेंट कंपनियों के बड़ी संख्या में शेयर गिरवी रखे थे। जिसके बाद भी उन्होंने पैसा जुटाया था. 

इसके पहले भी ब्लूमबर्ग के डेटा से रिपोर्ट सामने आई थी कि एशिया में दूसरा सबसे खराब डेट टू इक्विटी रेश्यो अडानी ग्रीन का रहा। इसी के साथ एक टूल में यह भी पता लगता है कि कंपनी की कुल देनदारियों की शेयरधारकों की इक्विटी कितनी चल रही है.

3-5 साल में आएंगे 5 आईपीओ

खबर मिली है कि करीब तीन साल के अंदर-अंदर अडानी ग्रुप एक बार फिर पांच कंपनियों के आइपीओ लाने वाला है. हाल ही में जुगशिंदर सिंह ने कहा है कि अडानी ग्रुप अपनी और अधिक कंपनियों को अलग करने की योजना बना रहा है. 

सभी कंपनियों को सैड्यूल से तैयार किया जाना है. थोड़े ही समय बात अडानी का नाम एक बार फिर सुर्खियों में होगा. 2028 तक अडानी ग्रुप की पांच कंपनियों के आइपीओ देखने को मिलने वाले हैं.