JNU में ब्राह्मण विरोधी नारों पर बॉलीवुड एक्ट्रेस Sherlyn Chopra का ट्वीट-भारत किसी की जागीर नहीं

 

जवाहरलाल नेहरू नेशनल यूनिवर्सिटी (JNU) में हाल ही में दीवारों पर ब्राह्मणों और बनियों के खिलाफ नारे मिलने के बाद से हंगामा मचा हुआ है।

 

Newz Funda, New Delhi JNU का प्रकरण हाल ही में छाया हुआ है। पहले भी इस तरह के कई विवाद सामने आ चुके हैं।

फिलहाल जो हुआ है, उसके खिलाफ लोगों में गुस्सा दिख रहा है। बता दें कि पहले भी जवाहरलाल यूनिवर्सिटी (JNU) अकसर किसी न किसी वजह से सुर्खियों में रही है।

अब हाल ही में यूनिवर्सिटी (JNU) के कैंपस की दीवारों पर ब्राह्मणों और बनियों के खिलाफ नारे लिखे मिले हैं। जिसके बाद से राजनीति भी गर्माई हुई है।

अब जेएनयू (JNU) के दीवारों की यह फोटो सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल (Viral) हो रही है। देश भर से इस मामले पर प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।

मामले की गंभीरता को देखते हुए JNU प्रशासन ने इस पर संज्ञान ले लिया है। वहीं एक्ट्रेस शर्लिन चोपड़ा (Sherlyn Chopra) ने केंद्र सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग की है।

किया ये ट्वीट

एक्ट्रेस शर्लिन चोपड़ा (Sherlyn Chopra) ने ट्वीट करते हुए लिखा कि ‘क्या आज़ाद भारत के लिए ब्राह्मणों ने अपना ख़ून नहीं बहाया? क्या मंगल पांडे, कैप्टन मनोज पांडे, वीर सावरकर, तात्या टोपे, रानी लक्ष्मीबाई ब्राह्मण नहीं थे?

JNU में भारत के टुकड़े करने की जो सोच पनपती रही है, उसके ख़िलाफ़ केंद्रीय सरकार को ठोस कदम उठाने चाहिए।’ इसी के साथ अभिनेत्री ने एक और ट्वीट किया, जिसमें वह लिखती हैं कि ‘भारत किसी की जागीर नहीं है। भारत हम सब का है। ब्राह्मणों का भी।’

लोगों ने किए ऐसे कमेंट्स

शर्लिन चोपड़ा (Sherlyn Chopra) के इस ट्वीट सोशल मीडिया यूजर्स अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। अजीत नाम के यूजर ने लिखा कि ‘अगर इन Jnu वाले स्टूडेंट्स को बोलना है तो सड़क पर आकर बोलें।

रात के अंधेरे में लिखकर गायब हो जाते हैं,डरपोक।’ संजय नाम के यूजर ने लिखा कि ‘आरक्षण के बल पर तो JNU में घुस गए पर करें क्या? वही रंगाई पुताई वाला खानदानी पेशा चालू किये हैं।’

राकेश नाम के यूजर ने लिखा कि ‘ये वही लोग हैं। जो एक तरफ नफरत के ख़िलाफ खड़े होने का दावा करते हैं दूसरी ओर नफ़रती आग उगलते हैं।’

बता दें कि इस घटना पर जेएनयू ने कहा है कि विश्वविद्यालय के अंदर इस तरह की घटना पहली बार नहीं हुई है। पिछले कुछ वर्षों के दौरान ऐसी कई घटनाएं हुई हैं। इनका मकसद माहौल को खराब करना है।