Dharma Karma: भंडारे में नहीं खाना चाहिए खाना, नहीं तो बन सकते हैं पाप के भागी

ऐसा माना जाता है कि ऐसे भंडारे में निर्धनों की सहायता हो जाती है. जो बिल्कुल ही गरीब व्यक्ति होते हैं जो खाना खरीद कर नहीं खा सकते, वे भंडारा खाकर अपना पेट भर लेते हैं. अगर हम जैसे सक्षम लोग
 

Newz Funda, New Delhi अक्सर सभी व्यक्ति पूछते रहते हैं कि क्या लंगर या भंडारे में प्रसाद लेना चाहिए. लेकिन सभी विद्वान अलग अलग उत्तर बताते हैं. कई कहते हैं कि भंडारे में प्रसाद अवश्य लेना चाहिए क्योंकि ये भगवान का प्रसाद होता है. वहीं कुछ विद्वान भंडारा खाने से मना कर देते हैं.

भंडारा इसलिए लगाया जाता है -

कुछ विद्वानों का मानना है कि अमीर लोग धार्मिक स्थलों पर भंडारा लगाते हैं. जिससे गरीब बच्चों और गरीब व्यक्तियों को भोजन मिल सके. भंडारा लगाकर अमीर व्यक्ति पुण्य कमाना चाहते हैं.

या ऐसा माना जाता है कि ऐसे भंडारे में निर्धनों की सहायता हो जाती है. जो बिल्कुल ही गरीब व्यक्ति होते हैं जो खाना खरीद कर नहीं खा सकते, वे भंडारा खाकर अपना पेट भर लेते हैं. अगर हम जैसे सक्षम लोग भी भंडारे में जाकर लंगर छीकेंगे तो कोई गरीब भूखा रह सकता है. 

सर्द्धा अनुसार भंडारे में सहयोग करना चाहिए

इस कारण भंडारे में लंगर नहीं छिकना चाहिए, आमतौर पर जब आप ठीक घऱ से है. तो आपको भंडारे में अपनी सर्द्धा से सहयोग करना चाहिए. ताकि किसी दूसरे गरीब व्यक्ति की मदद हो सके.

आपके पास दान देने के लिए पैसे नहीं हैं तो आप भंडारे में सेवा दे सकते हैं. दान सेवा करने के बाद आप वहां का प्रसाद ग्रहण करते हैं तो कोई पाप नहीं लगता है और ऐसे में आप पुण्य के भागीदार भी बन जाते हैं.