Surya Grahan 2022: दिवाली के दिन पूजा का यह काम करें सूर्य ग्रहण के बाद

आज दिवाली है और अगले दिन सुबह यानि मंगलवार को इस बार सूर्य ग्रहण के सूतक लग जाएंगे। ग्रहण के चलते इसका असर दिवाली की पूजा पर पड़ेने वाला है। 

 

Newz Funda, New Delhi इस बार दिवाली के अगले दिन की सुबह ही सूर्य ग्रहण के सूतक लग जाएंगा। जिसक सीधा सीधा असर दिवाली त्योहार की पूजा पर पड़ेगा। जानकारी के लिए बता दें कि सूर्य ग्रहण के सूतक 25 अक्टूबर की सुबह 4 बजे ही लग जाएंगे।

सूतक के दौरान मंदिर और पूजा से जुड़ा कोई भी काम करने से बचे, क्योंकि इसे सूतक के दौरान शुभ नहीं माना जाता। ग्रहण के चलते 25 अक्टूबर के दिन को खाली माना जाएगा।

इस दिन पितरों का दान कर पुण का भाग्यदार बना जा सकता है। सूर्य ग्रहण के बाद ही स्नान और दान फलदायी रहेगा। वहीं दूसरी ओर मंगवार 25 अक्टूबर को भौमवती अमावस्या भी है। 

हिंदू पंचाग के अनुसार इस बार दिवाली के दिन शाम को अमावस्या तिथि शुरू होगी, इसलिए यह माना जा रहा है कि ग्रहण वाले दिन ग्रहण खत्म होने पर ही अमावस्या तिथि का स्नान और दान किया जाएगा जो आपको शुभ फल देगा। 

कब करें दिवाली की पूजा 

अब बात आती है दिवाली पूजन की। जैसा की आपको मालूम है कि दिवाली की पूजा के बाद अगली सुबह यानि मंगलवार को ग्रहण का सूतक काल अलसुबह ही शुरू हो जाएंगा।

सूतककाल के दौरान मंदिरों के दरवाजे बंद कर दिए जाते हैं। इसलिए मां लक्ष्मी के पूजन की चौकी भी ग्रहण काल के समाप्त होने के बाद ही उठाई जाएगी।

जानकारी अनुसार 25 अक्टूबर की शाम 4 बजे से सूर्य ग्रहण शुरू होकर शाम 6 बजाकर 25 मिनट पर ग्रहण खत्म होगा। सूर्य ग्रहण देश के उत्तरी और पश्चिमी हिस्सों में आसानी से देखा जा सकेगा। देश के पूर्वी हिस्सों में ये ग्रहण दिख नहीं पाएगा।

सूतक में क्या रखें सावधानी

हिंदू धर्म में ग्रहण को शुभ नही माना जाता। हिंदू धर्मग्रंथों के अनुसारए सूतक के दौरान भगवान की पूजा निषेध है। वहीं ये माना भी हैं कि इस दौरान खाने.पीने की चीजों में तुलसी के पत्ते डालकर रखे जाते हैं।

साथ ही मंदिरों में ग्रहण के बाद साफ-सफाई होने के बाद ही भगवान की पूजा आरंभ होती है। ज्योतिषियों की मानें तो इस बार सूर्य ग्रहण का स्पर्श इस बार भारत में ही होगा।