Janmashtami 2023: साल 2023 में दो दिन मनाई जाएगी जन्‍माष्‍टमी! जानें पूजा के लिए कौन सा मुहूर्त रहेगा शुभ

Janmashtami 2023 Date: हिंदू पंचांग के अनुसार इस साल जन्माष्टमी दो दिन सेलिब्रेट की जाने वाली है. शास्त्रों के हिसाब से इस दिन श्रीकृष्ण का जन्म हुआ है . जिसके बाद से पुरे देश में इस त्यौहार को बहुत जोरों शोरों से मनाया जाता है.

 

Newz Funda, New Delhi When Is Janmashtami 2023: हिंदू धर्म में जन्माष्टमी का त्यौंहार बहुत ही खुशियो के साथ सेलिब्रेट किया जाता है. लोगों को इस त्यौंहार का बेसब्री से इंतजार रहता है. इस दिन लोग भगवान श्रीकृष्ण के लिए व्रत रखते हैं. लेकिन कई लोग इस दिन पुजा करने में बहुत सारी गलतियां कर देते हैं जो शास्त्रों के हिसाब से बहुत ही अशुभ मानी जाती है.

बता दें कि भगवान श्री कृष्ण भगवान को विष्णु के का ही रुप माना जाता है. पंचांग के अनुसार भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि के दिन देशभर में जन्माष्टमी को मनाया जाता है. 

इस बार ज्योतिष अनुसार जन्माष्टमी तिथि को लेकर थोड़ी कन्फयूजन जताई जा रही है. लोगों का कहना है कि इस बार जन्मअष्ठमी को दो दिन के लिए मनाया जायेगा. जिसको लेकर भक्तों को ये समझ नहीं आ रहा है कि किस दिन भगवान की पूजा करना सही रहेगा.

जन्माष्टमी 2023 की ये है तारीख 

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार भगवान श्री कृष्ण का जन्म भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि के दिन ही हुआ है. ऐसे में रात 12 बजे से ही श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाना शुरु कर दिया जाता है. इस दिन भक्त व्रत रखकर देव की पूजा करते हैं और घर में सेवा कर रहे लड्डु गोपाल की झुला झुलाते हैं. 

हिंदू पंचांग के अनुसार इस बार जन्माष्टमी 2 दिन यानी 6 सितंबर और 7 सितंबर 2023 दो दिन मनाई जा रही है. दरअसल, इस बार अष्टमी तिथि 6 सितंबर अर्धरात्रि से शुरू होगी और 7 सितंबर की रात तक रहने वाली है. ऐसे में लोगों का कहना है कि इस बार यह त्यौहार दो दिन मनाया जाने वाला है. 

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार स्‍मार्त जन अष्‍टमी तिथि अर्धरात्रि होने की वजह से उसी दिन ही मनाई जाने वाली है. वहीं, वैष्‍णव सन्‍यासी उदया तिथि को देखकर ही लोग इस त्यौहार को मनाने वाले हैं. ऐसे में लोग 6 सिंतबर को ही व्रत रखने वाले हैं और वैष्‍णव संप्रदाय के लोग 7 सितंबर 2023 के दिन व्रत को खोलेंगें. 

जन्माष्टमी 2023 पूजा का मुहूर्त 

अब सबके जहन में यही सवाल आ रहा है कि आखिर पूजा किस दिन की जाने वाली है. जन्माष्टमी पर शुभ मुहूर्त में पूजा की जाती है तो वह सबसे ज्यादा फल देती है. 

बता दें कि इस साल 6 सितंबर को जन्माष्टमी पर पूजन के लिए समय मध्यरात्रि 12:02 बजे से 12:48 बजे तक यानी दोनों के बीच का समय बहुत ही शुभ माना गया है. 

माना जा रहा है कि इस समय रोहिणी नक्षत्र होने वाला है. और व्रत पारण का समय 7 सितंबर 2023 के 9 बजे तक होने वाला है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भारत में इस त्यौहार को मानयता बड़ें त्यौहारों की तरह ही जाती है.