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गोवर्धन पूजा के लिए इतने बजे तक है पूजन समय का शुभ मुहूर्त, जानें क्या है पूजा विधि और महत्व

इस साल सूर्य ग्रहण की वजह से गोवर्धन पूजा की तिथि और समय में बदलाव हुआ है। आमतौर पर हम गोवर्धन पूजा दीपावली के अगले दिन ही करते है। 

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govardhan poja

Newz Funda, New Delhi हिंदू पंचांग के अनुसार दीवाली के अगले दिन गोवर्धन पूजा की जाता है। लेकिन इस साल सूर्य ग्रहण को लेकर गोवर्धन पूजा की तिथि में थोड़ा बदलाव देखने को मिल है।

इस बास गोवर्धन पूजा दीपवाली के अगले दिन यानी 25 अक्टूबर को ना होकर 26 अक्टूबर यानि बुधवार को मनाई जा रही है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि गोवर्धन पूजा को अन्नकूट पर्व के नाम से भी जानना जाता हैं।

गोवर्धन पूजा के दिन भगवान श्रीकृष्णए गोमाता और गोवर्धन पर्वत की पूजा की जाती है। साथ ही भगवान श्रीकृष्ण को 56 प्रकार का भोग लगाया जाता है। भोग लगवाने वाले पकवानों को अन्नकूट कहा जाता है। आइए जानते हैं गोवर्धन पूजा की क्या है सही तिथिए पूजन के लिए शुभ मुहूर्तए विधि और महत्व...

अन्नकूट पर्व या गोवर्धन पूजा कब मनाया जाता है

हिंदू पंचांग के अनुसार देखा जाएं ता गोवर्धन पूजा या अन्नकूट पर्व हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को मनाया जाता है।

आमतौर पर इसे दीपावली के अगले दिन ही मनाते हैं, लेकिन इस बार दीपवाली के अगले दिन सूर्य ग्रहण लगने के कारण गोवर्धन पूजा या अन्नकूट पर्व को 26 अक्टूबर को मनाया जाएगा।

गोवर्धन पूजा का शुभ मुहूर्त 

गोवर्धन पूजा - 26 अक्टूबरए बुधवार

प्रतिपदा तिथि आरंभ होगी- 25 अक्टूबर को शाम 4 बजकर 18 मिनट से

प्रतिपदा तिथि समाप्त होगी- 26 अक्टूबर को दोपहर 2 बजकर 42 मिनट पर

गोवर्धन पूजा का शुभ मुहूर्त- सुबह 6 बजकर 29 मिनट से 8 बजकर 43 मिनट तक रहेंगा

पूजा की कुल अवधि- 2 घंटे 14 मिनट रहेंगी

क्या है गोवर्धन पूजा की विधि 

26 अक्टूबर को गोवर्धन पूजा करने के लिए सबसे पहले सुबह उठकर स्नान-ध्यान से निवृत हो जाएं। शुभ मुहूर्त में घर के आंगन में गोवर्धन का चित्र बनाएं और इसके बाद उस पर अक्षत, रोली, खीर, बताशे, जल, दूध, पान, केसर, फूल और दीपक जलाकर भगवान गोवर्धन के विधि-विधान से पूजा करें।

इस त्योहार को लेकर मान्यता है कि इस दिन शुद्ध हृदय के भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करने पर हर मनोकामना पूरी होती है। इसके अलावा इस दिन पशुधन गौ माता की पूजा का भी विधान है। ऐसे में विधिपूर्वक गौ माता की पूजा करें.