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सूर्यास्त के बाद ये काम करने से बचे, अन्यथा नाराज हो जाएंगी मां लक्ष्मी

हमारे धर्म शास्त्र जीवन में कुछ अच्छे काम करने और नियमों का पालन करने की सलाह देता है। जिसके अलसुबह और संध्य के समय कुछ काम करने से 

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Newz Funda, New Delhi हिंदू धर्म शास्त्र के अनुसार कुछ कार्यो को करने के लिए एक तय समय दिया गया हैं, जिसके बाद उन कामों को करने से अशुभ फल मिलते हैं। तय विधि में कार्य करने से भाग्य चमकता हैं तो वहीं बुरे कर्मो से नसीब में दुर्भाग्य आता हैं।

बुरे प्रभावों से बचने के लिए हमारा धर्म शास्त्र जीवन में नियमों का पालन करने की सलाह देता है। घर में कुछ कामों को गलत समय पर किए जाने से मना किया जाता है, ताकि अशुभ फल ना मिले। अगर हम फिर भी लगातार यह कार्य करते है तो सौभाग्य दुर्भाग्य में बदल जाता हैं। आइए जानते है सूर्यास्त के बाद कौन से कार्य नहीं करने चाहिए। 

1. सूर्यास्त के समय सोना

धर के बड़े.बुजुर्गों से अपने अकसर सुना होगा कि शाम को दीपक जलाते समय हमे सोना नहीं चाहिए। सांध्य के समय घर में धन की देवी मां लक्ष्मी में प्रवेश करती हैं। इसलिए सांध्य के समय सोने की गलती कभी न करें। अन्यथा मां लक्ष्मी आपसे नाराज हो जाएंगी।

2. पेड़ पौधो को छूना मना

सूर्यास्त के बाद पेड़ और झाड़ियां सो जाती हैं। इसलिए बड़े बजुर्ग उन्हें न छूने की सलाह देते हैं। सूर्यास्त के बाद पेड़ों को कभी न छुंए और फलए फूल या पत्ते भी न तोड़ें। यह अपको दुर्भाग्य की ओर ले जाते हैं। 

3. सूर्यास्त के बाद  घर में सफाई

सूर्यास्त के बाद घर में सफाई का कोई काम न करें। शाम के समय घर में झाड़ू लगाना ठीक नहीं माना जाता। झाड़ू को मां लक्ष्मी के आर्शीवाद भी माना जाता हैं। अगर आप सांध्य के समय झाड़ू लगाते है तो मां लक्ष्मी अप्रसन्न हो जाती हैं।

4. खट्टे पदार्थों को दान न करें

हिूद धर्म में दान करना बहुत शुभ माना जाता है। लेकिन सूर्यास्त के बाद खट्टे पदार्थ जैसे दहीए अचार और नमक का दान नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से आपके घर से माता लक्ष्मी आपके भाग्य से दूर चली जाएगी।

5. नाखून काटना

सूर्यास्त के समय और सूर्यास्त के बाद कभी बाल या नाखून नहीं कटवाना चाहिए। साथ ही किसी व्यक्ति कोई शेव न करें। ऐसा करने से जीवन में नकारात्मकता आती है।

सूचना:

लेख में दी गई जानकारी की विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें।